Gillu Flashcards
(9 cards)
सोनजूही में लगी पीली कली को देख लेखिका के मन में कौन-से विचार उमड़ने लगे ?
सांजजूही में लगी पीली कली को देख लेखिका के मन में यह विचार आया की गिल्लू सोनजूही के पास ही मिट्टी में दबाया गया था। इसलिए अब वह मिट्टी में विलीन हो गया होगा और उसे चौकाने के लिए सोनजूरि के पीले फूल के रूप में फूट आया होगा।
पाठ के आधार पर कौए को एक साथ समादरित और अनादरित प्राणी क्यों कहा गया है?
कौए को समादरित इसलिए कहा गया है, कि पितर पक्ष में उसकी पूजा की जाती है। ऐसा मान्यता है कि उसे खिलाने से पूर्वजो का पेट भरता है। दूसरे, जब ये कौए बोलते है तो हमे अपने किसी प्रियजन के आने की सूचना मिलती है। कौए को अनादरित अर्थात् अपमानित इसलिए कहा गया है कि उसकी काँव-काव को कर्कश माना जाता है। उसकी कठोर आवाज़ को कोई पसंद नहीं करता।
लेखिका का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था ?
गिल्लू लेखिका का ध्यान क आकर्षित करने के लिए सर्र से परदे के ऊपर चढ़ जाता और तेज़ी से नीचे उतर आता था। वह तब तक लगातार ऐसा ही करता ही रहता था; जब तक कि महादेवी वर्मा उठकर उसे लिफाफे में बंद न कर देती।
गिल्लू को मुक्त करने की आवश्यकता क्यों समझी गई और उसके लिए लिए लेखिका ने क्या उपाय किया ?
महादेवो ने देखा की गिल्लू अपने हिसाब से जवान हो गया था। उसका पहला वसंत आ चुका था। खिड़की के बाहर कुछ गिलहरियाँ भी आकर चिकचिक करने लगी थी। गिल्लू उनकी तरफ प्यार से देखता रहता था। महादेवी ने समझ लिया की उसे गिलहरियों के बीच स्वच्छंद विहार के लिए छोड़ देना चाहिए और इसलिए लेखिना ने गिल्लू की जाली की एक कील इस तरह उखाड़ दी कि उसके आने-जाने का रास्ता बन जाए। अब वह जाली के बाहर अपने इच्छा से आ-जा सकता था।
गिल्लू किन अर्थों में परिचारिका की भूमिका निभा रहा था?
जिन दीनों महादेवी वर्मा अस्वस्थ होकर घर में लेटो हुई थी , तब गिल्लू भी उनके सिरहाने बैठा रहता था। वह बड़ी कोमलता से अपने नन्हे नन्हे पंजो से उनके सिर और बालों को सहलाया करता था। इस तरह वह एक अच्छी सेविका की भूमिका नभा रहा था।
गिल्लू की किन चेष्टाओं से यह आभास मिलने लगा था कि अब उसका अंत समय समीप है?
गिल्ल की निम्नलिखित चेष्टाओं से महादेवी को लगा की अब उसका अंत समीप है:-
उसने दिनभर कुछ भी नहीं खाया था।
वह रात को अपना झूला छोड़कर महादेवी के बिस्तर पर गया और उनकी उँगली पकड़कर हाथ से चिपक गया।
‘प्रभात की प्रथम किरण के स्पर्श के साथ ही वह किसी और जीवन में जन्म लेने के लिए सो गया’ का आशय स्पष्ट स्पष्ट कीजिए।
आशय यह है की सुबह होते ही उसकी मृत्यु हो गई।
सोनजूहों की लता के नीचे बनी गिल्लू की समाधि से लेखिका के मन मे किस विश्वास का जन्म होता है?
सोनजूही की लता के नीचे गिल्लू की समाधि बनी थी। इससे लेखिका के मन में यह विश्वास का जन्म हो गया की एक-न- एक दिन गिल्लू इसी सोनजूही की बेल पर पीले चटक फल के रूप में जन्म ले लेगा।
गिलहरी के घायल बच्चे का उपचार किस प्रकार उपचार किया गया ?
महादेवी वर्मा ने गिलहरी के घायल बच्चे का उपचार बड़े ध्यान से ममतापूर्वक किया । पहले उसे कमरे मे लाया गया । उसका खून पोछकर घावो पर पेंसिलिन लगई गई । उसे रुई की बत्ती से दूध पिलाने की कोशिश की गई। परंतु दूध की बूँदे मुँह के बाहर ही लुढ़क गई। कुछ समय बाद मुँह में पानी टपकाया गया। इस प्रकार उसका बहुत कोमलता पूर्वक उपचार किया गया।