Page 48-51 Flashcards

(20 cards)

1
Q

समवायि” शब्द - ___ की परिभाषा में है।
समवायी शब्द - ___ की परिभाषा में है

A

समवायि” शब्द - दव्य की परिभाषा में है।
समवायी शब्द - गुण की परिभाषा में है

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
2
Q

प्रकीर्या -

उदकीर्या -

A

प्रकीर्या - लताकरंज

उदकीर्या - डिठौरी

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
3
Q

ग्राही द्रव्य – वीर्य रस दोष महाभूत उदाहरण
स्तम्भन दव्य –

A

ग्राही द्रव्य – उष्णवीर्य, कटु रस प्रधान, वातशामक व अग्नि महाभूत प्रधान होते है यथा शुण्ठी व जीरक

स्तम्भन दव्य – शीतवीर्य, कषाय रूस प्रधान व वातवर्धक होते है।

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
4
Q

सुखविरेचक / अनुलोमन -
मृदुविरेचक / संसन-
तीक्ष्ण विरेचक / भेदन -

A

सुखविरेचक / अनुलोमन - अपक्व मल की प्रवृत्ति नहीं करवाते है -हरीतकी, त्रिवृत

मृदुविरेचक / संसन-पक्व व अपक्व मल की प्रवृत्ति होती है - आरग्वध

तीक्ष्ण विरेचक / भेदन - कुटकी, जयपाल

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
5
Q

अरिष्ट रूप में प्रवृत्त निद्रा
तमो रूप में प्रवृत्त निद्रा -

A

अरिष्ट रूप में प्रवृत्त निद्रा आगन्तुकी
तमो रूप में प्रवृत्त निद्रा - तमोभवा

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
6
Q

______ को संतर्पणोत्थ एवं अपतर्पणोत्थ दोनों व्याधियों में रखा गया है।

A

मूत्रकृच्छ्र व अरोचक

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
7
Q

____ में रूक्ष व स्निग्ध तथा स्थिर व सर दोनों गुण उपस्थित होते हैं।

A

स्वेदन द्रव्यों

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
8
Q

दीपन, पाचन + आनाहप्रशमन –
+ अर्शोघ्न –
+ संग्राहक -
+ दाहप्रशमक, छर्दि व
अतिसारनाशक –
+ सर्वदोषहर -

A

दीपन, पाचन + आनाहप्रशमन – पिपरामूल
+ अर्शोघ्न – चित्रक
+ संग्राहक - नागरमोथा, सोनापाठा
+ दाहप्रशमक, छर्दि व अतिसारनाशक – सुगंधबाला
+ सर्वदोषहर - अतिविषा

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
9
Q

संग्राहक, वातहर, वृष्य –
संग्राहक, सर्वदोषहर, वृष्य –

A

संग्राहक, वातहर, वृष्य – पृश्निपर्णी
संग्राहक, सर्वदोषहर, वृष्य – शालपर्णी

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
10
Q

आमदोष वर्धक -
अजीर्णोत्पादक -

A

आमदोष वर्धक - अतिमात्राशन
अजीर्णोत्पादक - गुरू भोजन

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
11
Q

आयुह्यासकर -
आयुनाशन –

A

आयुह्यासकर - अनशन
आयुनाशन – परदाराभिगमन

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
12
Q

वृंहण -
तर्पण -

A

वृंहण - मांस
तर्पण - मांसरस

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
13
Q

तृप्तिकर -
पुष्टिकर -

A

तृप्तिकर - हर्ष
पुष्टिकर - निवृत्ति

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
14
Q

सुखकारक -
आरोग्यकर-
शरीरकर्षक -

A

सुखकारक - एक काल भोजन
आरोग्यकर- यथा काल भोजन
शरीरकर्षक - प्रमिताशन

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
15
Q

श्लेष्मपित्त प्रशमन
पित्त श्लेष्म प्रशमन
श्लेषमपित्त जनन -

A

श्लेष्मपित्त प्रशमन मधु
पित्त श्लेष्म प्रशमन दुरालभा
श्लेषमपित्त जनन - आविदुग्ध, शष्कुली व माष

How well did you know this?
1
Not at all
2
3
4
5
Perfectly
16
Q

परिहार विरुद्ध है
उपचार विरुद्ध है

A

परिहार विरुद्ध है
सूअर के मांससेवनोपरान्त उष्ण जल रोयन

उपचार विरुद्ध है
घुत्तरोवनोपरान्त शीतल जल सेवन

17
Q

अन्नक्लेदक -
कफक्लेदक

A

अन्नक्लेदक - जल
कफक्लेदक - लवण

18
Q

आद्र्य पिप्पली - कफकारक
शुष्क पिप्पली कफवात शामक

A

आद्र्य पिप्पली - कफकारक
शुष्क पिप्पली कफवात शामक

19
Q

दातानुलोमक - नमक
त्रिदोष शामक - नमक

A

दातानुलोमक - विड् नमक
त्रिदोष शामक - सैंधव नमक

20
Q

संख्या संप्राप्ति -
विधि संप्राप्ति -

A

संख्या संप्राप्ति - अन्वय रहित होती है
विधि संप्राप्ति - अन्वय युक्त होती है